30 दिसंबर को भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज है। पहला कारनामा 2018 में एमसीजी ग्राउंड में हुआ था जब भारत की जीत ने उनके अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन से जुड़ी कहानी में बदलाव का संकेत दिया। दूसरी बार साल 2021 में सेंचुरियन की जीत ने विश्व क्रिकेट में भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा को रेखांकित किया जिससे विदेशी धरती पर भी जीत का डंका बजवाया था।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। दिसंबर 30 भारतीय टेस्ट क्रिकेट के लिए बेहद यादगार दिनों में से एक रहा है। इसी दिन टीम इंडिया ने SENA (साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) में अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते हुए, तीन साल के अंदर ऐतिहासिक बॉक्सिंग डे टेस्ट जीत के साथ अपने क्रिकेट इतिहास में दो सुनहरे अध्याय जोड़े थे।
पहला कारनामा 2018 में एमसीजी ग्राउंड में हुआ था, जब भारत की जीत ने उनके अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन से जुड़ी कहानी में बदलाव का संकेत दिया। इसने मिथकों को ध्वस्त कर दिया और आशा जगाई कि वे घर से दूर विपरीत परिस्थितियों में भी जीत हासिल कर सकते हैं।
दूसरी बार साल 2021 में सेंचुरियन की जीत ने विश्व क्रिकेट में भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा को रेखांकित किया, जिससे विदेशी धरती पर भी जीत का डंका बजाया था। इन ऐतिहासिक जीतों ने न केवल टीम की प्रतिभा को बल्कि कोहली की नेतृत्व क्षमता को उजागर किया। उनकी चतुर कप्तानी ने टीम के संयुक्त प्रयासों के साथ मिलकर इन ऐतिहासिक जीत का रास्ता खोला।
ऑस्ट्रेलिया की धरती पर मिली जीत
30 दिसंबर, 2018 भारतीय क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक पल था, जब भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर अपनी पहली बॉक्सिंग डे टेस्ट जीत हासिल की। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर हुए इस मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 137 रनों से हराया था। भारत ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से जीतकर, ऑस्ट्रेलियाई धरती पर टेस्ट सीरीज जीतने वाली पहली एशियाई टीम बनी थी।
2021 में सेंचुरियन की जीत
तीन साल बाद, भारत ने सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में बॉक्सिंग डे टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका को हराकर विदेशी परिस्थितियों में अपनी शक्ति का प्रदर्शन जारी रखा। 30 दिसंबर, 2021 को, भारत ने साउथ अफ्रीका को 113 रनों से हराया था।
शानदार प्रदर्शन में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई करते हुए 8 महत्वपूर्ण विकेट लिए, जबकि सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने शानदार 123 रन बनाकर इतिहास रचा, जो दक्षिण अफ्रीका में किसी भारतीय सलामी बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सर्वोच्च स्कोर है।