Shahjahanpur Crime सरकार ने बीते तीन सालों में पुलिस को आधुनिक और संसाधन संपन्न बनाने के लिए कई कदम उठाए। जिले के तीन साल के अपराध के आंकड़ों पर अगर गौर करें तो कोई खास बदलाव नजर नहीं आया। अन्य अपराधों पर कोई खास अंकुश नहीं लगा। इसके अलावा 11 सितंबर को बंडा पुलिस मांस पकड़ने गई थी। जिले में लगातार अपराध के मामले बढ़ रहे हैं।
शाहजहांपुर। सरकार ने बीते तीन सालों में पुलिस को आधुनिक और संसाधन संपन्न बनाने के लिए कई कदम उठाए। महिला अपराध नियंत्रण प्राथमिकता में रहा। इसके बावजूद जिले में हत्या की घटनाएं पिछले साल के मुकाबले अधिक हुईं। इस वजह से पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठते रहे।
अपराधी पुलिस टीम पर हमला करने से भी बाज नहीं आए। पुलिस को हाईटेक करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। पुलिस के प्रति लोगों का नजरिया बदलने के लिए शहर से लेकर गांवों तक चौपालें लगाई गईं। इधर, जिले के तीन साल के अपराध के आंकड़ों पर अगर गौर करें तो कोई खास बदलाव नजर नहीं आया।
अपराध के आंकड़ों पर एक नजर
वर्ष 2021 में जहां 31 हत्याएं हुईं थी तो वहीं 2022 में 26 और इस साल 15 दिसंबर तक ही 27 हत्याएं हो चुकी हैं। जबकि बड़ी संख्या में लोगों पर जानलेवा हमला भी हो चुके हैं। जबकि दहेज हत्या के आंकड़ों पर यदि नजर डाले तो वर्ष 2021 में 46, 2022 में 48 और इस साल 44 महिलाओं की दहेज के लिए हत्याएं हुई हैं। जबकि दुष्कर्म के 2021 में सात, 2022 में 11 और इस साल 10 प्रकरण सामने आए हैं।
नहीं लगा अपराध पर अंकुश
इसी तरह अन्य अपराधों पर कोई खास अंकुश नहीं लगा। इसके अलावा 11 सितंबर को बंडा पुलिस मांस पकड़ने गई थी। जहां पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था, जिससे तीन सिपाही घायल हो गए थे।